इंदौर। 31 दिसंबर पर देर रात पुलिस ने जबरदस्त सख्ती दिखाई। देर रात पार्टी मनाकर लौटने वालों की हालत खराब हो गई। पुलिस ने दो घंटे के भीतर 10 कार चालकों को पकड़ लिया। रातभर में पूरा थाना कारों से भर गया। पुलिस ने उनके विरुद्ध ड्रिंक एंड ड्राइव के तहत कार्रवाई की है।

कर्फ्यू के कारण पुलिस ने रात 10 बजे चौराहों पर तैनाती संभाल ली थी। विजय नगर चौराहे को तो छावनी में तब्दील कर दिया गया था। सारे होटल भी इसी क्षेत्र में आते हैं। इस कारण यहीं से ज्यादातर वाहन चालक पार्टी से लौट रहे थे। टीआइ तहजीब काजी और सूबेदार काजिम ने ब्रिथ एनालाइजर से जांच की और शराब के नशे में मिलने वालो को थाने भिजवा दिया। इस दौरान कई लड़कियां भी शराब के नशे में थी लेकिन पुलिस ने उन्हें जाने दिया।

पुलिसवालों को मिल रहा था रिश्वत का ऑफर

पुलिस ने जैसे ही गाड़ियां रोकी पहले तो चालक हेकड़ी दिखाने लगे। बगैर कारण क्यों रोका है बोलकर पुलिसवालों पर रौब झाड़ने लगे। उन्हें नहीं पता था कि पुलिस ब्रिथ एनालाइजर लेकर खड़ी है, लेकिन जब नशे की पुष्टि हुई तो गिड़गिड़ाने लगे। पुलिसवालों को बगल में ले जाकर रुपयों का ऑफर देने लगे। अनिल पुत्र अमन श्रीवास्तव एक युवती के साथ नशे की अवस्था में पकड़ा गया। वह सूबेदार काजिम रिजवी को हाथ जोड़ने लगा। बाद में छोड़ने के लिए लालच देने लगा। पुलिस ने उसे थाने भेज दिया। इसी तरह रितेश पुत्र सुरेश भी पुलिसवालों पर परिचितों का नाम लेकर रौब झाड़ रहा था।