बुरहानपुर ।   बुरहानपुर नगर के प्रतापपुरा क्षेत्र में सात साल की मासूम की दुष्कर्म के बाद हुई हत्या को लेकर शहर में आक्रोश बना हुआ है, वहीं इसको लेकर लगातार आरोपी को फांसी दिए जाने और उसके घर पर बुलडोजर चलाए जाने की मांग को लेकर आम लोगों ने प्रदर्शन भी किया था। इसके बाद गुरुवार को प्रतापपुरा क्षेत्र की घनी बस्ती के बीच बने आरोपी के तीन मंजिला मकान पर और इस क्षेत्र की उसकी मैकेनिक की दुकान पर प्रशासन का बुलडोजर आखिर चल ही गया। जिला प्रशासन ने आरोपी की अतिक्रमण कर अवैध रूप से रखी गई मैकेनिक की दुकान को तोड़ दिया, तो वहीं उसके तीन मंजिला मकान को भी खंडहर बना दिया। बुरहानपुर नगर के शिकारपुरा थाना क्षेत्र में बीते दिनों मासूम बालिका के साथ हुए घटनाक्रम के बाद से ही लोगों में आक्रोश पनपा हुआ था, तो वहीं शहर में इसको लेकर प्रदर्शन भी किए गए थे। जिला प्रशासन पर दबाव बनाया गया था कि आरोपी का मकान ढहाया जाए। इसके बाद जिला प्रशासन ने आरोपी के प्रतापपुरा क्षेत्र के तीन मंजिला मकान की नपती करवाई थी, जिसमें 167 स्क्वायर फीट मकान का निर्माण अवैध और नियम विरुद्ध पाया गया था। इसके बाद गुरुवार को जिला प्रशासन का अमला पहुंचा। इस दौरान घनी बस्ती होने के चलते लोगों को अपने घरों में रहने की सलाह दी गई। इससे किसी तरह की कोई जनहानि ना हो। इसके बाद प्रशासन ने आरोपी की मैकेनिक की दुकान को नेस्तनाबूद कर दिया, तो वहीं उसके घर को भी खंडहर बना दिया।

परिवार कर चुका पलायन, जारी रहेगी करवाई

बता दें कि गुरुवार शाम तक चली कार्रवाई के बाद शुक्रवार को भी यह कार्रवाई जारी रहेगी और खंडहर हुए मकान के अतिक्रमण के हिस्से को ढहाया जाएगा। वहीं जिला प्रशासन की कार्रवाई के दौरान आरोपी के घर पर ताला लगा हुआ मिला था। मिली जानकारी के अनुसार रूपचंद कलनारायण का परिवार अपने बेटे की इस करतूत के बाद से ही गहरे सदमे में था, तो वहीं लोगों के आक्रोश का भी उन्हें डर था। साथ ही बेटे गौरव की करतूत के बाद उन्हें पहले ही आभास था कि करीब दो साल पहले ही बनाए गए उनके मकान को तोड़ा जा सकता है। इसको लेकर पूरा परिवार पलायन कर चुका था, और घर पर ताला लगा हुआ था।

यह था पूरा मामला

बता दें कि बीते दिनों एक मासूम बालिका का शव क्षेत्र के ही एक खंडहर में मिला था। इसके बाद जांच करते हुए पुलिस ने 24 घंटे के भीतर ही इस हत्याकांड का खुलासा कर दिया था, जिसमें पास ही के रहने वाले गौरव उर्फ खुशाल द्वारा इस बालिका को चॉकलेट दिलाने के बहाने बुलाकर इसके साथ दुष्कर्म किया गया था, और दुष्कर्म की घटना को छुपाने के लिए गला घोट कर बालिका की जान ली गई थी। इसके बाद उसका शव पास के ही खंडहर में फेंक दिया गया था।