इंदौर जिला कोर्ट में सुनवाई के दौरान एक बुजुर्ग ने जज की तरफ जूतों की माला फेंक दी। यह टेबल पर गिरी। कोर्ट में मौजूद वकीलों ने तुरंत आरोपी को पकड़ा। उसे पुलिस के हवाले करने के बाद माला को टेबल से हटवाया। इंदौर जिला कोर्ट में एक बुजुर्ग ने जज की टेबल पर जूते की माला फेंक दी। मंगलवार को हुई इस घटना के बाद वकीलों ने बुजुर्ग की पिटाई कर दी और इस दौरान उसके कपड़े भी फट गए। बताया जा रहा है कि वह बुजुर्ग अपने पक्ष में फैसला नहीं होने से नाराज था। पिटाई के बाद वकीलों ने जूतों की माला फेंकने वाले बुजुर्ग को पकड़ा और पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। मामला दर्ज हो सकता है। घटनाक्रम से सब हक्का-बक्का रह गए। वकीलों ने तत्काल जज की टेबल पर से जूते की माला को हटवाया। घटना मंगलवार दोपहर इंदौर की कोर्ट नंबर 40 में हुई है। रास्ते के विवाद के 12 साल पुराने एक मामले को कोर्ट ने खारिज कर दिया। इससे फरियादी नाराज हो गया। वह अपने साथ जूते की माला छुपाकर लाया था। फैसला सुनते ही उसने वह माला जज की टेबल की ओर उछाल दी और विरोध जताया। जूते की माला फेंकते ही वकीलों ने उसे पकड़ा और पिटाई शुरू कर दी। बाद में उसे पुलिस को सौंप दिया।


क्या है मामला

जूतों की माला फेंकने वाले मोहम्मद सलीम ने बताया कि 2012 में मस्जिद कमेटी ने उसकी जमीन पर अवैध कब्जा कर लिया था। सलीम कोहिनूर कॉलोनी में फातिमा मस्जिद के पास रहता है। नगर निगम में शिकायत की लेकिन कुछ नहीं हुआ। इस पर उसने कोर्ट में केस दायर कर मस्जिद के अवैध अतिक्रमण को हटाने की मांग की। कोर्ट में अपने पक्ष में फैसला नहीं आने की वजह से वह नाराज था। वह कपड़ों में छिपाकर जूतों की माला लाया था।


सलीम को पहले से अंदेशा था

सलीम को पहले से अंदेशा था कि फैसला मस्जिद कमेटी के पक्ष में ही जाएगा। इसलिए वह पहले से ही जूतों की माला बनाकर कपड़ों में छुपाकर लाया था। एमजी रोड थाना पुलिस ने बताया कि मंगलवार को फैसला सुनाते हुए कोर्ट ने केस खारिज कर दिया। फैसला जांच में हुई नपती के आधार पर लिया गया।