सूर्य की तपिश का प्रकोप एक बार फिर से शुरू होता दिखाई दे रहा है। मौसम विभाग के अनुसार अब वर्षा की गतिविधियां अपने अंतिम चरम पर हैं और इसकी वजह से अब सूर्य की तपिश दोबारा से शुरू होगी और उत्तर व मध्य छत्तीसगढ़ में पारा दो से चार डिग्री सेल्सियस तक बढ़ने की संभावना है। वहीं, दक्षिणी छत्तीसगढ़ के एक दो हिस्सों में बहुत हल्की वर्षा होने के साथ ही एक दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ वज्रपात होने, अंधड़ चलने के साथ वर्षा के भी आसार बन रहे हैं।

वहीं, राजधानी में मौसम साफ रहने के संकेत हैं और अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस, जबकि न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। इसी बीच मंगलवार को राजधानी सहित कई क्षेत्रों में सूर्य का प्रकोप देखने को मिला। वहीं, उत्तर छत्तीसगढ़ के सोनहत क्षेत्र में तीन सेमी वर्षा दर्ज की गई। साथ ही प्रदेश में सर्वाधिक तापमान 43.4 डिग्री सेल्सियस डोंगरगढ़ में, जबकि न्यूनतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस सोनहत में दर्ज किया गया।

यह बन रहा सिस्टम

एक ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण पश्चिम विदर्भ के उपर 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। प्रदेश में बुधवार को एक दो स्थानों पर हल्की वर्षा होने अथवा गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। साथ ही एक दो स्थानों पर गरज चमक के साथ अंधड़ चलने तथा वज्रपात होने की संभावना है ।और अधिकतम तापमान में वृद्धि का दौर प्रारंभ होने की संभावना बन रही है।

अधिकतम तापमान सभी जगह अधिक

मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार अधिकतम तापमान प्रदेश में लगभग सभी जगहों पर सामान्य औसत से ज्यादा है। आंकड़ों के अनुसार यह बिलासपुर में 1.9 डिग्री, माना व अंबिकापुर में 1.7, जगदलपुर में 1.5, दुर्ग में 1.5 और पेंड्रा रोड में सामान्य औसत से 0.9 डिग्री सेल्सियस तक कम है।

न्यूनतम तापमान में बड़ा अंतर

इसके अलावा न्यूनतम तापमान में भी लगभग सभी जगहों पर बड़ा अंतर देखने को मिल रहा है। दुर्ग में यह 3.6 डिग्री कम, माना में 2.1 डिग्री, अंबिकापुर में 1.6 डिग्री, जगदलपुर में 0.9 डिग्री, बिलासपुर में 0.4 डिग्री और पेंड्रा रोड में सामान्य औसत से 0.2 डिग्री सेल्सियस कम है।