मंदसौर ।     मंदसौर जिले की पिपलिया मंडी गायत्री शक्ति पीठ पर रहने वाली एक युवती ने बुधवार शाम को अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। युवती नर्सिंग करने के बाद फिजियोथेरेपी का कोर्स कर रही थी। इस बीच वह कुछ महीने से अपने दादाजी के यहां पिपलिया मंडी रह रही थी। आत्महत्या से पहले युवती ने चार पेज का सुसाइड नोट इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया है, जो उसने अपने पिता और जितेन्द्र नागदा (प्रेमी) के नाम लिखा। साथ ही युवक के साथ फोटो भी अपलोड की है। जानकारी के अनुसार गायत्री शक्तिपीठ पर निवासरत 26 वर्षीय युवती आशा पिता मोहनलाल मेघवाल बुधवार शाम 6 बजे अपने घर में फंदे पर लटकी मिली। जानकारी लगने पर परिजन उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना पर चौकी प्रभारी कपिल सोराष्ट्रीय मौके पहुंचे और परिजनों से घटना की जानकारी ली।  

इंस्टाग्राम पर अपलोड किए सुसाइड नोट 

आत्महत्या से कुछ देर पहले युवती ने सोशल साइड इंस्टाग्राम पर डॉ. आशु आर्टिस्ट के नाम से बनी आईडी से 3 पोस्ट किए। एक पोस्ट में 4 पेज का पत्र पिता के नाम लिखते हुए उनसे माफी मांगी। वहीं, दूसरे पत्र में जितेन्द्र नागदा के नाम 4 पेज का सुसाइड नोट लिखकर प्यार में धोखा देने का आरोप लगाया। अंत में लिखा अलविदा बकवास दुनिया और बकवास लोग। वहीं तीसरी पोस्ट में युवक के साथ करीब 10 फोटो अपलोड किए और लिखा अलविदा मेरी जान, ये जान तुझ पर कुर्बान।

प्रेमी पर लगाए गंभीर आरोप

एसडीओपी नरेंद्र सौलंकी ने बताया कि 20 वर्षीय आशा पुत्री मोहनलाल मेघवाल ने फांसी लगाकर खुदकुशी की है। युवती पिपलियामंडी में महू नीमच राजमार्ग पर स्थित गायत्री शक्ति पीठ के चौकीदार (55) बगदीराम मेघवाल (दादाजी) के साथ रह रही थी। बुधवार शाम को जब युवती के दादाजी सब्जी लेने बाजार गए थे, तभी उसने  फांसी लगाकर आत्महत्या की है। घटना से पहले लिखे सुसाइड नोट में युवती ने अपने प्रेमी पर गंभीर आरोप लगाए हैं।  

शव रखकर परिजनों ने किया हाइवे जाम, आरोपी को गिरफ्तार करने और मकान तोड़ने की मांग इधर, युवती के मौत से दुखी परिजन ने गुरुवार सुबह मंदसौर में पोस्टमार्टम होने के बाद पीपलियामंडी पहुंचे और शव फोरलेन मार्ग पर शव चक्काजाम कर दिया। परिजनों की मांग है कि जल्द से जल्द आरोपी को गिरफ्तार किया जाए और उसका मकान तोड़ा जाए।  चक्काजाम के दौरान हाइवे के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं। पुलिस और प्रशासन पीड़ित परिवार को समझने का प्रयास कर कर रहा। लेकिन, परिजन और समाज के लोग तपती दोपहरी में शव सड़क पर बैठे हुए हैं।