पलामू: विश्व प्रसिद्ध जगन्नाथ रथ यात्रा को लेकर सभी जगहों पर तैयारी शुरू हो चुकी है. पलामू जिले में भी जगन्नाथ रथ यात्रा को लेकर तैयारी शुरू काफी तेज है. बता दें कि पलामू जिले में इस्कॉन हरे कृष्णा निवास के द्वारा वर्ष 2019 से जगन्नाथ रथ यात्रा निकाली जा रही है. जो की भव्य और आकर्षक रथ यात्रा होती है. इस वर्ष यह यात्रा 7 जुलाई को निकाली जाएगी. दावा यह है कि यह विश्व की दूसरी सबसे रूट यात्रा होगी.

12-13 KM की निकलेगी रथ यात्रा 
आयोजन समिति के अध्यक्ष मंगल सिंह ने लोकल 18 को बताया की हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी इसे भव्य रूप से मनाने की तैयार शुरू हो चुकी है. अबकी बार 12 से 13 किलोमीटर की रथ यात्रा निकाली जाएगी. जो की देश की दूसरी सबसे लंबी रूट की रथ यात्रा होगी. उन्होंने कहा की गुजरात में 14 किलोमीटर की रथ यात्रा निकाली जाती है. जिसके बाद पलामू में इस्कॉन के द्वारा 12 किलोमीटर लंबी दूरी की जगन्नाथ रथ यात्रा निकाली जाएगी.

यह यात्रा मेदिनीनगर शहर के मेजर मोड़ स्थित हरे कृष्णा निवास से शुरू होगी. जो कि भारत माता चौक से छः मुहान उसके बाद सद्दीक मंजिल चौक होते बेलवाटीकर चौक पहुंचेगी. इसके बाद स्टेशन के रास्ते ओवरब्रिज से रेड़मा चौक और उसके बाद बैरिया चौक होते गायत्री मंदिर से भारत माता चौक से वापस हरे कृष्णा निवास पहुंचेगी. जिसके बाद महाभंडार का आयोजन होगा. उन्होंने बताया की 7 जुलाई को यह रथ यात्रा दोपहर 2 बजे निकाली जाएगी. इसके साथ हाथी, घोड़ा, ऊंट, ढ़ोल, तासा, मृदंग के साथ निकाली जाएगी.

30 फीट ऊंचा होगा रथ
उन्होंने बताया की इस बार रथ की ऊंचाई 30 फीट की है जो की हाइड्रोलिक सिस्टम के साथ है. जरूरत पड़ने पा इसकी ऊंचाई 18 फीट तक घटाई जा सकती है. रथ यात्रा के बाद भव्य भंडारा का आयोजन होगा. जिसमें 20, 000 लोगों के लिए भंडारा की व्यवस्था की जाएगी.

1832 से पलामू में निकल रहा जगन्नाथ रथ यात्रा
पलामू जिले में राजा महाराजा के काल खंड से जगन्नाथ रथ यात्रा निकाली जाती रही है. बता दें की चैनपुर गढ़ के रहा जयनाथ सिंह को संतान प्राप्ति नहीं हो रही थी. तब उन्होंने पूरी जाकर जगन्नाथ रथ यात्रा में शामिल हुए थे. जहां से आने के पश्चात उन्हे संतान की प्राप्ति हुई थी. जिसके बाद सन 1832 से पलामू के चैनपुर गढ़ से जगन्नाथ रथ यात्रा निकाली जा रही है. बता दें की इस कारण हीं उन्होंने अपने पुत्र का नाम जगन्नाथ सिंह रखा था.